Saturday, 2 September 2017

764. God - The Supreme Power बरसाने की भोर, गोकुल की दोपहर, वृंदावन की सांझ राधा देख लेती थी, कौन सा काजल वो नैनों में लगाती थी, जो नैन मूंदते ही घनश्याम देख लेती थी । जय जय श्री राधे ।

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