Sunday 24 September 2017

866. God The Supreme Power नवरात्र के पांचवे दिन माँ दुर्गा के पांचवे स्वरुप भगवान स्कन्द की माता अर्थात "माँ स्कंदमाता" की उपासना की जाती है। कुमार कार्तिकेय को ही "भगवान स्कन्द" के नाम से जाना जाता है। माँ की चार भुजाएं हैं जिनमें से एक हाथ से माँ ने कुमार कार्तिकेय के बालरूप को अपनी गोद में पकड़ा हुआ है और एक हाथ से भक्तों को वरदान देती मुद्रा में हैं, अपने अन्य दो हाथों में मां कमल का फूल लिये हुए हैं। माँ स्कंदमाता का मंत्र (Mata Skandmata Mantra): माँ स्कंदमाता का वाहन सिंह है। इस मंत्र के उच्चारण सहित माँ की आराधना की जाती है- सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥

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