Friday 22 September 2017

861. God The Supreme Power माँ दुर्गा का तीसरा रूप : माँ दुर्गा के तीसरे रूप "माँ चंद्रघंटा" की उपासना नवरात्र के तीसरे दिन की जाती है। अपने मस्तक पर घंटे के आकार के अर्धचन्द्र को धारण करने के कारण माँ "चंद्रघंटा" नाम से पुकारी जाती हैं। अपने वाहन सिंह पर सवार माँ का यह स्वरुप युद्ध व दुष्टों का नाश करने के लिए तत्पर रहता है। माँ के दस हाथों में अलग- अलग तरह के अस्त्र- शस्त्र सुशोभित हैं। माँ चंद्रघंटा का मंत्र (Mata Chandraghanta Mantra): स्वर्ण के समान उज्जवल वर्ण वाली माँ चंद्रघंटा की पूजा का यह मंत्र है- पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यां चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥

No comments:

Post a Comment