Tuesday 12 September 2017

807. God - The Supreme Power पाप से घिरा हूँ , इस दुनिया में रमा हूँ , फिर भी श्याम को पाने की हसरत है। पास नहीं है कुछ भी मेरे , जो तेरे चरणों में चढ़ाऊ, बस केवल अपने भाव चढ़ाना है, तुझे मानना है , सुना है तुम रीझ जाते हो, अपने भक्तो से , हमें बस आज तुझे अजमाना है । जय जय श्री राधे श्याम ।

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