Wednesday, 30 August 2017

719. God - The Supreme Power कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे निर्धन के घर भी आ जाना।। जो रूखा सूखा दिया हमे , मां उसका भोग लगा जाना ।। न छत्र बना सका सोने का, न घर मे चूनरी तारो जडी। न घर मे पेडे बरफी मां श्रद्धा के नयन बिछाए खडी। इस श्रद्धा की लाज रखना मां इस अर्जी को मां न ठुकराना।। जो रूखा सूखा दिया मुझे मां उसका भोग लगा जाना । जय कारा मां शैरावाली का बोल साचे दरबार की जय । जय माता दी ।

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