Wednesday, 21 February 2018

922. God - The Supreme Power हे कान्हा .. इन नैनों की...मज़ाल कहाँ.. कि ये अब कुछ और देखें.... तेरे दीदार की बांवरो को लत लगी है... भला देखें तुम्हें..या देखें जम़ाना । राधे राधे जी ।


921. God - The Supreme Power हे कान्हा .. इन नैनों की...मज़ाल कहाँ.. कि ये अब कुछ और देखें.... तेरे दीदार की बांवरो को लत लगी है... भला देखें तुम्हें..या देखें जम़ाना । राधे राधे जी ।


920. God - The Supreme Power श्री गणेश स्त्रोत | Shri Ganesha Stotra यह गणेश स्त्रोत समस्त कार्यों की पूर्ति हेतु किया जाता है. यदि आपको जीवन का कोई कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा हो या आपको अपने कार्य में परेशानियों एवं बाधाओं का सामना करना पड़ रहा हो तो इस सर्व सिद्धिकारक श्री गणेश स्त्रोत का श्रवण एवं मनन करने से समस्त अभिलाषों की पूर्ति होती है एवं सभी बाधाएं समाप्त हो जाती है. श्रीगणेश उवाच ।। पुनरूचे गणाधीश: स्तोत्रमेतत्पठेन्नर: । त्रिसन्ध्यं त्रिदिनं तस्य सर्वकार्यं भविष्यति ।। यो जपेदष्टदिवसं श्लोकाष्टकमिदं शुभम् । अष्टवारं चतुर्थ्यां तु सोऽष्टसिद्धिरवाप्नुयात् ।। य: पठेन्मासमात्रं तु दशवारं दिने दिने । स मोचयेद्वन्धगतं राजवध्यं न संशय: ।। विद्याकामो लभेद्विद्यां पुत्रार्थी पुत्रमान्मुयात् । वांछितांल्लभते सर्वानेकविंशतिवारत: ।। यो जपेत्परया भक्त्या गजाननपरो नर: । एवमुक्त्वा ततो देवश्चांतर्धानं गत: प्रभु: ।।


919. God - The Supreme Power हे श्याम ! श्याम हमारे दिल से पूछो कितना तुमको याद किया, याद में तेरी मुरली वाले जीवन यूँ ही गुजार दिया । देखी तेरी भोली सूरत, हम भी तो धोखा खा ही गए , तेरी मोहन मीठी मीठी बातों में हम आ ही गए । हार गए जीवन में सब कुछ फिर भी तेरा नाम लिया, श्याम हमारे दिल से पूछो कितना तुमको याद किया । करता हूँ मैं विनती मोहन याद हमेशा तुम आओ , हो जो सके तो तुम ही मोहन मेरे दिल में बस जाओ । भूल हुई तुझे समझ ना पाया, इस दिल ने लाचार किया, श्याम हमारे दिल से पूछो कितना तुमको याद किया । अब तो आ ही जाओ मोहन, इतना ना हमे तरसाओ, दर्श तेरे की प्यासी अँखियाँ, इन की प्यास बुझा जाओ । छोड़ के इस दुनिया को तेरे चरणों से ही प्यार किया, श्याम हमारे दिल से पूछो कितना तुमको याद किया । जन्म - जन्म का तुझ से नाता, ये हम भूल ना पाएंगे , तुम ही बता दो तुम्हे छोड़ कर, और कहाँ हम जाएंगे । तुमने ही अपने भक्तो का हर पल ही उपकार किया , श्याम हमारे दिल से पूछो कितना तुमको याद किया ।


Monday, 19 February 2018

918. God - The Supreme Power जिसे हनुमान जी का आशीर्वाद मिल गया तो समझो उसके सारे काम हो गए। हनुमान जी के आशीर्वाद से सभी बिगड़े काम चुटकी में पूरे हो जाते हैं। श्रीराम कथा और सुंदर कांड के पाठ में भक्त हनुमान जी की उपस्थित हमेशा महसूस करते हैं। इनको महावीर, रूद्रावतार, पवन पुत्र, अंजनी पुत्र आदि नामों से जाना जाता हैं। सर्वशक्तिमान श्रीराम भक्त हनुमान हमेशा अपने भक्तों पर आशीर्वाद बनाए रखते हैं। मंगलवार और शनिवार के दिन अगर श्रद्धाभाव से हनुमान जी की पूजा की जाए तो सारी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। अगर आप नियमित रूप से पूजा नहीं कर सकते हैं तो हनुमानजी की फोटो के दर्शन रोज करना चाहिए । हनुमान जी की पूजा से आर्थिक, स्वास्थ्य, नकारात्मक ऊर्जा, अध्ययन और डर संबंधी समस्याओं से निजात मिलती है। यदि शनि कोई समस्या खड़ी करते हैं और सभी पूजा-पाठ के बाद कोई समाधान नहीं निकलता को शनिवार को हनुमान को चोला चढ़ाए। इसके साथ ही सिंदूर और चमेली का तेल चढ़कार हनुमान चालीसा का जाप करें तथा तिल के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद काले चने और गुड़ के साथ नारियल चढ़ाने के बाद शनि बाधा से बचने के लिए हनुमान के 108 नामों का स्मरण करें। निश्चय आपकी लाईफ में अच्छे बदलाव आएंगे।


917. God - The Supreme Power भगवान भोलेनाथ जी को देवों के देव महादेव कहे जाते हैं। पुराणों में उल्लेख है कि जब ब्रम्हांड की संपूर्ण शक्ति या सारे देवता हार मान जाते हैं तो भोले बाबा ही उसका उपाय सुझाते हैं। शिवजी की आराधना बड़ी ही लाभकारी है। पुराणों में यहां तक उल्लेख है कि एक लोटा जल चढ़ाने मात्र से भोलेबाबा प्रसन्न हो जाते हैं और मनवांछित फल देते हैं। भगवान शिव शाम प्रकृति एवं रुद्रों के लिए भी जाने जाते हैं। शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदेश कर्ता हैं। हम आपको बताते हैं भगवान शिव को प्रसन्न करने के सबसे सरल एवं सिद्ध किए हुए मंत्र। नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥ मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥ शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:॥ अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्। अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्।।


916. God - The Supreme Power ज़िंदगी के समस्त कष्ट हर लेगा सूर्य का यह सरलतम मंत्र * पूजन के समय इस 1 मंत्र से करें सूर्यदेव की आराधना भगवान सूर्यदेव सर्वव्यापी हैं अत: दुनिया के किसी भी कोने से उनके दर्शन करते हुए सूर्य की पूजा की जा सकती है। पूजन के समय इस एक मंत्र से सूर्यदेव की आराधना करने मात्र से वे प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपादृष्टि रखते हुए उनके तमाम दु:ख और कष्ट दूर करते हैं। पूजन के समय सूर्य आराधना के लिए :- ॐ सूर्य आत्मा जगतस्तस्युषश्च आदित्यस्य नमस्कारं ये कुर्वन्ति दिने दिने। दीर्घमायुर्बलं वीर्यं व्याधि शोक विनाशनम् सूर्य पादोदकं तीर्थ जठरे धारयाम्यहम्।।


915. God - The Supreme Power जय जय श्री शनि देव जी, श्री शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। मनुष्य द्वारा किए गए पापों का दंड शनि देव ही देते हैं। शनि देव की आराधना करने से गृह क्लेश समाप्त हो जाता है तथा घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इनकी उपासना से कार्यों में आने वाली दिक्कतें खत्म हो जाती हैं। शनि देव के वैदिक मंत्र (Vedic Mantra of Shani Dev)... See More


914. God - The Supreme Power मार्कण्डेय पुराण में ब्रह्माजी ने मनुष्यों के रक्षार्थ परमगोपनीय साधन, कल्याणकारी देवी कवच एवं परम पवित्र उपाय संपूर्ण प्राणियों को बताया, जो देवी की नौ मूर्तियां-स्वरूप हैं, जिन्हें 'नवदुर्गा' कहा जाता है। उनकी आराधना प्रतिपदा से महानवमी तक की जाती है। श्री दुर्गा माँ के निम्न मंत्र धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष चारों पुरुषार्थों को प्रदान करने में सक्षम है। ऐसे ही स्रोत एवं मंत्र हैं, जिनके विधिवत पारायण से इच्छित मनोकामना की पूर्ति होती है। || ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ || OM AING HRING KLEENG CHAMUNDAYE VICHCHEY


913. God - The Supreme Power इस विष्णु मंत्र को बोलने से मन-मस्तिष्क तनावरहित रहता है। धार्मिक नजरिए से गृहस्थ हों या कार्यक्षेत्र सफलता पाने के लिए शांतस्वरूप व जगत के पालनहार भगवान विष्णु की उपासना शुभ फलदायी मानी गई है। क्योंकि भगवान विष्णु जगत पालक पुकारे जाते हैं। भगवान विष्णु जी से जुड़ा पालनकर्ता का भाव कर्तव्य व कर्म का एहसास कराता है। ... See More


912. God - The Supreme Power गणेश मंत्र 1.वक्रतुण्ड गणेश मंत्र वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ। निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।। वक्रतुंड का तात्पर्य है टेढी सूँड वाले, इस प्रकार इस मंत्र में कहा गया है हे टेढी सूँड वाले, विशाल देह धारण करने वाले, करोड़ों सूर्यों के समान दीदीप्यमान भगवान श्री गणेश मुझ अपनी कृपा दृष्टि बनायें रखना ताकि मेरे सारे कार्य बिना किसी बाधा के संपन्न हों। मंगलदायक भगवान गणेश भगवान शिव व माता पार्वती के पुत्र हैं। इन्हें बुद्धि एवं विवेक का प्रतीक माना जाता है। ऋद्धि और सिद्धि इनकी पत्नियां हैं, ऋद्धि से लाभ एवं सिद्धि से शुभ हुए यानि लाभ और शुभ ये इनके दो पुत्र माने जाते हैं। हर शुभ कार्य में भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। 'गणपति, विघ्नराज, लम्बतुण्ड, गजानन, द्वैमातुर, हेरम्ब, एकदन्त, गणाधिप, विनायक, चारुकर्ण, पशुपाल और भवात्मज- ये बारह गणेशजी के नाम हैं। जो प्रातःकाल उठकर इनका पाठ करता है, संपूर्ण विश्व उनके वश में हो जाता है तथा उसे कभी विघ्न का सामना नहीं करना पड़ता।'


Monday, 5 February 2018

911. god the supreme power हनुमान चालीसा की इन 5 चौपाइयों के जाप से, खत्म हो जायेंगे सभी दुःख :- 1. भूत-पिशाच निकट नहीं आवे। महाबीर जब नाम सुनावे।। यदि व्यक्ति को किसी भी प्रकार का भय सताता है तो नित्य रोज प्रातः और सायंकाल में 108 बार इस चौपाई का जाप किया जाये तो सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है। 2. नासे रोग हरे सब पीरा। जो सुमिरे हनुमंत बलबीरा।। यदि व्यक्ति बिमारियों से घिरा रहता है या कोई बहुत बड़ी बीमारी से व्यक्ति ग्रसित है तो निरंतर सुबह-शाम 108 बार जप करना तथा मंगलवार को हनुमान जी की मूर्ति के सामने पूरी हनुमान चालीसा के पाठ से रोगों की पीड़ा खत्म हो जाती है। 3. अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।। हनुमान जी आठ सिद्धि और नौ निधियों को देने वाले भगवान हैं। इनको ऐसा वरदान माता सीताजी ने दिया है। यदि जीवन में व्यक्ति को शक्तियों की प्राप्ति करनी है ताकि जीवन निर्वाह में मुश्किलों का कम सामना करना पड़े तो नित्य रोज, ब्रह्म महूर्त में घंटा-आधा घंटा, इन पंक्तियों के जप से लाभ प्राप्त हो सकता है। 4. बिद्यबान गुनी अति चातुर। रामकाज करीबे को आतुर।। यदि किसी व्यक्ति को विद्या और धन चाहिए तो निम्न पंक्तियों के जप से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है। विद्या और चतुराई को प्राप्त करने के लिए तो यह चौपाई राम-बाण है। प्रतिदिन 108 बार ध्यानपूर्वक जप करने से, व्यक्ति को धन सम्बंधित दुःख दूर हो जाते हैं। 5. भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्रजी के काज संवारे।। यदि कोई व्यक्ति शत्रुओं से परेशान हैं या व्यक्ति के कार्य नहीं बन पा रहे हैं तो हनुमान चालीसा की इस चौपाई का कम से कम 108 बार जप करना चाहिए। मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ, हनुमान मंदिर में ध्यानपूर्वक करने से सभी तरह के दुखों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है।